⇶ ⇛ बेपर्दगी पर पर्दा
स्वामी जी महाराज के वक्त दो-चार प्रेमी बीवियां थी; उनमें एक शिब्बो थी । एक बार वह स्नान करने गयी तो, एक योगी उसके घर के पास से गुजरा। जब योगी ने गुरु- प्रेम का शब्द पढ़ा, तो शिब्बो का अपने गुरु, स्वामी जी महाराज की ओर ध्यान लग गया। वह इतनी ध्यान- मग्न हो गई कि वस्त्र पहनना भी भूल गई 😶और अपनी गुरु के प्रेम में मग्न वह नंगी ही घर से निकल
सतगुरु की दया- मेहर की खास बात यह भी है कि बीबी शिब्बो गलियों में से गुजरती हुई उनके पास आए तो रास्ते में किसी ने उसको नहीं देखा।
धोखे में मत रहो
परमात्मा को हंसी में नहीं बुलाया जा सकता क्योंकि मनुष्य जो बोएगा वही वह काटेगा ||
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