चार बोतल वोडका, काम मेरा रोज का "अब मुझे गाने का वक्त नही मैं सिर्फ अपनी कमीयो को खोजता ........yo........yo.........Honey Singh है।
कहां गया वह लव दोज, कहां गया वह ब्लू आईस ॥Tell me now ,where are o my guys ?
ठोकर लगने के बाद ही आदमी संभल कर चलता है।यह कुछ लोगो के साथ में होता है। जो गिर के संभल जाये ऐसे पावर कुछ हि लोगो के साथ मे ही होता है,और ऐ पावर आपके पास है ये सभी ने देखा है ।इस वक्त की भी परवाह आपको लास्ट में हो जाएगी इसीलिए जो अभी बचे वक्त हैं ।उसको सभी के साथ Injoy किजिये ।मगर अब थोरा सँभल के क्यो की आप पहले हि इतना Injoy कर लिये है।अब सिर्फ अपने काम पर फोकश किजीये, है ना......... मैं गलत कह रहा हुं या सही मैं नही जानता लेकिन इतना तो है कि मैं जो भी कर रहा हूँ ,सबसे पहले मैं अपना काम कर रहा हुं। Sopport me

आज की युवा चाहती है कि गाना कैसे लिखते हैं ? गाना को कैसे गाया जाता है ? यह आपसे अच्छा और कोई नहीं बता सकता | यह अच्छी तरीके से जानती है जनता !
यह जनता कुछ अच्छा सोचती है तो बुरा भी जरूर सोचती हैं | यह सोचने का काम किसी और को दे दीजिए, बाकी आप अपना काम कीजिए | क्या हिमेश भाई के बारे में लोग नहीं कहते ? संजय दत्त को भी बुरा समझ लिए इन लोगों ने किन्ही को भी नहीं छोड़ा प्रधानमंत्री हो या भगवान सब के बारे में कुछ ना कुछ कह देते हैं। लेकिन जनता जनार्दन होती है, यह अगर बूरा करती है तो अच्छा भी कहती है। संजय दत्त जब जेल की दीवार से बाहर निकले थे तो उन्होंने भी यह सोचा था कि अब तो सब खत्म हो गया अब तो सबके सामने आ गया मेरी सच्चाई लेकिन फिर भी उन्हें एक सेल्फी लेने के लिए कहा गया था । ओ... देशद्रोही...... उन्हें तब भी बुरा लगा उन्होंने बुराई को तुरंत बाहर निकाला और एक गाना गाया कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना॥ उन्हीं पर एक फिल्म भी बनी थी जो सभी के सामने है।
मै जा रहा हू तेल लगाने........... हाथ मे

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें