आदमी कि मौत नही होती
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आदमी अपनी मौत खुद मांगता है,जी हाँ मैं विक्रान्त कुमार आप लोगो के बीच कुछ सच्ची घटना को ले कर।
मनुष्य अपने हि किसी ग़लती के कारण से अपनी मौत चून लेता है,अब मेरे बचने कि उम्मीद कम है,यह मान कर वो अपनी कहानी के सारे कायनात खुद लिखता रहता है।
कुछ लोग कहते है कि भगवान है हि नही,कुछ लोग कहते है कि भगवान है,
तो मेरा मानना है कि जो लोग मानते है कि भगवान है,छोटी-मोटी ग़लती को बुरा बना कर अपनी ग़लती का पश्चाताप ही करते है,और मानते है कि भगवान मुझे कभी माफ़ नही करेगा।इसीलिए पश्चाताप के आगोश मे डूब जाते है ।
और जो लोग मानते है कि भगवान है हि नही तो वे लोग बरे आदमी बनने के लिये ऐसे - ऐसे कदम उठाने लगते है कि वो अपने आप को हि भगवान,खुदा मान लेते है , और फिर लास्ट मे होता वही है। विनाश.........
विनाश के अलावा उसके ज़िन्द्गी मे कुछ नही रहता वह अपनी विनाश का रास्ता खुद ही चुन लेता है ।
और कुछ ऐसे भी होते है जो अपने आप को इस जहाँ का एक हिस्सा मान कर हमेशा-हमेशा के लिये इस जहाँ के बनकर रहना चाहते है,और अपनी इस करामत से दुनीया के लोगो को अपने जैसा बनने कि हिदायत भी देते है ,
तो मेरे कहने का मतलब साफ है कि आदमी अपनी कहानी खुद लिखना चाहता है।
अब आपको खुद सोचना समझना है कि आपकी कहानी कौन लिखे ?
मैं फ्री बैठा हुं बोलेंगे तो मैं आपकी कहानी लिख दुंगा,लेकिन एक सर्थ पर! जो मैं लिख दुंगा चाहे जो भी लिख दु !!वो तुम्हें पुरी करनी परे..गी ॥ चाहे तुम हस के करो या रो के !!
भाई एक बात बोलू तुम जो चाहो वैसी ही कहानी लिख डालो जैसा तुम बनना चाहते हो , लेकिन जो लिखना एक दम सोच समझ के पुरी ज़िंदगी कि कहानी लिखने जा रहे हो ,पहले कभी ट्राय नही किया है,तो एक दो बार पहले ट्राय कर लेना क्योंकि ज़िदगी का सवाल है ।
एक बात बोलू तुम लिख लोगे ना तो यार मेरा भी लिख देना क्योंकि यार मेरे पास उतना टाईम नही जो मैं अपनी कहानी खुद लिखु,अगर मैं अपनी हि ज़िदगी कि कहानी लिखुन्गा , तो आपके लिये इतनी अच्छी-अच्छी कहानी कहा से लाउंगा और कहा से लिखुन्गा ।
लो जी ये तो वही बात हुई ना रंग भी खुद हि ख़रीद लो और अपने ही चेहरे पर खुद हि लगा लो ,,,
ऐसा भी कोई करता है क्या ?
चलो मेरी छोरो अपने कहानी जब भी लिखना तो सबसे पहले कुछ लोगो से राय ले लेना । लोगो के राय लेने से सभी काम आसान हो जायेंगे और आपको अपनी मंज़िल मिल जियेगी,
मेरा एक रिक्वेस्ट है कि जिन लोगो ने अपनी कहानी खुद लिखा है वो दूसरों को मदद ज़रुर करे ।
Ji जाते-जाते एक बात और मेरा यह Blog कैसा लगा ? मुझे पता है जैसा होना चाहिये वैसा नही है ,लेकिन आपका जवाब मैं अपने इस पेज के नीचे देखना चाहता हूँ ।
अगले पेज को मैं आप लोगो के लिये और अच्छा बनाने कि कोशिश करुँगा ।