''असल विध्वान कौन''
मैं अपनी मूर्खता भरी बातें करने वाली जबान से महात्मा की भेद भरी बातों को बयान करने की हिम्मत नहीं कर सकता । अगर मैं हिम्मत करूं तो भी बयां नहीं कर सकता ।
एक बार एक विद्यार्थी अपनी B.A की पढ़ाई पूरी करके अपने घर जा रहा था |
रास्ते में उन्हें एक जाट ने पूछा कि कहां से आ रहे हो ? उसने कहा कि मैं विद्या प्राप्त करके आ रहा हु । जाट ने पूछा तुझेसोहनी महिवाल का किस्सा आता है । बोला कि नहीं दोबारा फिर पूछा हीर रांझा आता है
? कहता है कि नहीं ।
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि जो ध्यान लगाकर अपने अंदर की उस सच्चाई को पहचानने के बाद बाहर प्रदर्शित नहीं कर पाता तो उसे हम मुर्ख समझें और जिसने भी उस अंदर की सच्चाई को पूरी तरीके से बाहर करने की कोशिश की और वह हमें दिख भी रहा है तो उन्हें हम अपना सच्चा गुरु मानते है।
जाट ने फिर पूछा सस्सी पुन्नू का किस्सा आता है। कहता है कि नहीं । जाट ने कहा,'' फिर तुम कैसे पढ़ाई किए हो !'' अब सोचने की बात है कि जिसने खुद विद्या प्राप्त नहीं की उसे विद्या के बारे में कैसे समझाया जाए। विद्यार्थी बेचारा क्या कहता, चुप हो गया ।
इसी तरह अब आप बताओ, जो अंदर नहीं गए उनको क्या बताएं ? क्योंकि जो नजारे संत अपने अंदर ध्यान लगाकर देखते हैं उनकी मिसाल बाहर है ही नहीं ।
यदि आपके पास हिंदी में कोई आर्टिकल इंस्पिरेशनल स्टोरी या ऐसी जानकारी है जो आप हमारे साथ शेयर करना चाहते हैं, तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ e-mail करें हमारी ईमेल आईडी हैkumarvikarant86@gmail.com पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहां पब्लिश करेंगे |
i- आपके जिंदगी से जुड़ी पांच कhani.
- ''चोरियों की List'' Best Story
- जब तक पृथ्वी तब तक हम Spurtle world
- मूर्ख को समझाना बेकार Motiwation Story
- और इनको 10 तरीके से करोड़ों के मोबाइल में भेज दुंगा Business Story
- आत्मशक्ति Your Mind is Super Computer.





कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें